ऑपरेशन सिन्दूर के बाद बढ़ी ‘ब्रह्मोस मिसाइल की डिमांड, खरीदने को तैयार ये 17 देश 

ऑपरेशन सिन्दूर से पाकिस्तान की ताबड़-तोड़ कमर कसने के बाद अब भारतीय मिसाइल ब्रह्मोस की डिमांड काफी बढ़ गयी है. ऑपरेशन सिन्दूर को अंजाम देने के लिए भारत निर्मित मिसाइलों का अहम योगदान रहा क्योंकि पाकिस्तान के 5 एयरबेस को भारत की ब्रह्मोस मिसाइल ने पलक झपकते ही चकनाचूर कर दिया. 

ब्रह्मोस मिसाइल की बढ़ी डिमांड 

भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद ब्रह्मोस मिसाइल की लोकप्रियता में काफी वृद्धि हुई. 22 अप्रेल को पहलगाम हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के 9 एयरबेस को निशाना बनाया. जब पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की तो उसे भी भारतीय डिफेंस ने नाकाम कर दिया. इसी बीच पाकिस्तान के 5 एयरबेस को तबाह करने में ब्रह्मोस मिसाइल का अहम योगदान हमें देखने को मिला. 

क्यों हैं ब्रह्मोस मिसाइल इतनी ख़ास? 

सबसे ख़ास बात हैं ब्रह्मोस मिसाइल की गति जो की आवाज की गति से भी ज्याद तेज है. यह दुश्मन के राडार ओ चकमा देने में भी सक्षम है. 290 किलोमीटर तक की दुरी तय करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल अपने लक्ष्य पर एकदम सटीक निशाना लगाती है. सबसे खा हैं इसका इंजन जो की अंत तक चालु रहता है. ये मिसाइल जल्दी से अपने लक्ष्य का पता लगाती हैं और उसे भेद देती है. वर्तमान में ब्रह्मोस ऐरोस्पेस इस मिसाइल को तैयार करती है. अब इसके नए वेरिएंट पर काम किया जा रहा हैं जिसकी मारक 300 किलोमीटर होगी और यह लड़ाकू विमान के साथ आसानी से हमला करने में सक्षम होगी. 

इन देशों ने दिखाई ब्रह्मोस को खरीदने पर रूची 

सबसे पहले इसमें रूचि दिखाने वाले देशों में इंडोनेशिया का नाम पहले आता है जो की इसके नए और एडवांस वेरिएंट को खरीदना चाहता है. इसके बाद आता हैं मलेसिया का नाम जो की अपने युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों के लिए इस मिसाइल को खरीदना चाहते है. इसी के साथ दक्षिण पूर्व एशियाई देश – थाईलैंड, सिंगापुर, ब्रुनेई और मध्य पूर्वी देश – सौउदी अरब, क़तर, मिस्त्र और ओमान जैसे देश इसे लेने के लिए इच्छुक है. इसके अलावा बुल्गारिया, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, चिली वेनेजुएला जैसे देश भी इसे लेने के लिए कतार में खड़े है. 

 

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